महिला सरकमसीज़न क्या है?
आज ऐसे एक विषय पर ब्लॉग लिखना शुरू किया है जो ज्यादा लोगों को नहीं मालूम|
महिला परिच्छेदन!!
इस विषय मे ज्यादा लोगों को जानकारी नहीं है इसीलिए इस विषय पर एक बार ब्लॉग लिख लिया है!
खतना:
ऐसी प्रक्रियाएँ जिसमे गैर-चिकित्सा कारणों से महिला जननांगो के कुछ भाग को काट दिया जाता है या अन्य प्रकार का छेड़छाड़ किया जाता है ।
(ये लेख लिखकर किसी धर्म/समुदाय या किसी व्यक्ति विशेष की भावनाओ को ठेस पहुँचाना नहीं है बल्कि जागरूकता फैलाना मात्र है !!)
क्यों करते हैं,महिला परिच्छेदन ??जानिए और समझिए!
WHO के अनुसार, खतने के चार प्रकार प्रचलित हैं|
1)clitoris के पूरे हिस्से को काट देना,
2)कुछ हिस्सा काटना,
3) योनि की सिलाई
4) अवच्छेदन.
पहले प्रकार में सिर्फ भगांकुर को महिला जननांग से काट कर अलग किया जाता है।
दुसरे प्रकार में भगांकुर और लघुभगोष्ठ दोनों को काटा जाता है।
तीसरे प्रकार में भगांकुर और लघुभगोष्ठ को काटकर, मुख्य भगोष्ठ को सील दिया जाता है।
इन सब प्रक्रिया में सीधे बच्चियों के जननांगो पर चाकू/ब्लेड का इस्तेमाल किया जाता है तथा प्रक्रिया से पहले एनेस्थीसिया का भी इस्तेमाल नहीं किया जाता।
कुछ संस्कृतियों में जन्म के बाद ही लड़कियों का परिच्छेदन कर दिया जाता है। महिला खतना ब्लेड से कर देते हैं | इस से महिलाओं के शरीर योनी में infection हो सकता है | इसके अलावा खतना कराने वाली महिलाओं में मानसिक पीड़ा का असर सारी उम्र रहता ही है|यह एक सदियों पुरानी परंपरा है|
इस परंपरा के मुताबिक, महिला का परिच्छेदन करने से वह अपने पति के प्रति वफादार रहेगी और घर के बाहर नहीं जाएगी|
और शादी शुदा औरत ;पति साथ मे ना हो तो दूसरे मर्द के साथ संबंध नही बना सके | उस समय राजा महाराजा सालों तक घर वापस नहीं लौटते थे तब राणी महाराणी या कोई भी औरत हो उनमे संबंध की भावना नहीं जागे इसीलिए ये प्रथा परंपरा चालू हुई थी |
उनके जननांग के clitoris को काट कर हटा दिया जाता है ताकि उनकी यौन इच्छाएं खत्म हो जाए|
जो समुदाय ये सब करते है वे खतना को जायज ठहराने के निम्न तर्क देते है:
भगांकुर और लेबिया लड़कियों में अनाव्यशक कामोत्तेजना बढाती है जिसके कारण लड़किया कम उम्र में शारीरिक सम्बन्ध बनाने की चाह रखने लगती है। वे खतना करने को "न रहेगी बांस न बजेगी बांसुरी" समझते है।
पुराने समय में पुरुष युद्ध पर चले जाते थे या किसी का पति मर जाता था तो पत्नी पति के अनुपस्थिति में कामोत्तेजीत होकर किसी पराये पुरुष के साथ शारीरिक सम्बन्ध न बना ले इस लिए भी खतना कराया जाता था।
इन तर्कों को सुनकर ये समझना मुश्किल नहीं की ये बस औरतों को दबाने का एक तरीका था और है ।
ये बस उन बालिकाओं/औरतों/लड़कियों के लिए असहनीय पीड़ा, टेटनस, बाँझपन का खतरा पैदा करता है। बालिकाएं अक्सर अत्यधिक पीड़ा के कारण शॉक सिथति में चली जाती है, कई बार उनकी मृत्यु भी हो जाती है।
आज भी कुछ देशों में ये परंपरा चालू है!
महिला परिच्छेदन का उद्गम प्राचीन इतिहास में देखा जा सकता है और कुछये परंपरा इस्लाम धर्म मे कैसे फैल गई?यह परंपरा इस्लाम, इसाई एवं इसाई, यहूदी धर्म के सुरूवातसे और पहले से चली आ रही है।माना जाता है,धर्म के प्रसार के साथ व्यापार के जरिए पूरे देश-विदेश मे फैल गई। मुस्लिम देशों में और भारत में दाऊदी बोहरा मुस्लिम में अधिकांश मुस्लिम महिलाओं का आज भी खतना किया जाता है|यह अफ्रिका के 28 देशों में कतना कीया जाता है और यह ओमान, संयुक्त अरब अमिरात एवं यमन में भी करते है और करते थे|कनाडा, यू एस, निदरलैंड्स, इटली, स्वीडन, यू के एवं ऑस्ट्रलिया येदेश मे भी कुछ समुदाय ने इस प्रथा का अवलंब किया है|
ब्रिटेन में महिला खतना के मामले दर्ज किए गए. इनमें से लगभग सभी का खतना ब्रिटेन आने से पहले किया गए थे |
ब्रिटेन में 1985 से ही महिला खतना पर कानून है|इस कानून के तहत थोडे मुकदमे चलाए हैं|
महिला परिच्छेदन की संख्या
5 लाखों से ज्यादा लड़कियाँ एवं महिलाएँ किसी न किसी प्रकार का जननांग काटना परम्परानुसार अभी तक हूआ है!
और होता भी है पर ज्यादा जानकारी प्राप्त नहीं है!
ब्रिटेन में महिला खतना को बैन करने के बावजूद;
इंग्लैंड और वेल्स में महिलाओं का खतना अभी भी हो रहा है!
कड़ी निगरानी और सख्त कानूनों के बावजूद लगभग लड़कियों पर खतना होता है|
बच्चियों को खतना करने के लिए विदेश ले जाने भी मना कर दिया गया है|
लड़की या महिला की राष्ट्रीयता एवं संस्कृति पर निर्भर करता है|
देश में महिला खतना का दोषी पाए जाने पर कानून मे चोदा साल की सजा है|
क्या यह पुरुषों में भी होता है??
हाँ होता है!मुसलमानों में तो ये आम बात है मगर ये सभी धर्मों के लोगों में भी किया जाता है कुछ परिस्थितियों में जैसे फ़ोरस्किन ज्यादा हो तो,कॅन्सर मे इत्यादीं!
क्या यह पुरुष के कतना जैसा ही है क्या?
नहीं; यह पुरुष के खतना जैसा नहीं है!
@crazycervix
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